माँ के मंदिर के लिए आज्ञा लेने जसोल गए हुए भक्तो के साथ रावल श्री किशनसिंह जी, कुंवर श्री हरिसिंह जी, व कैलाश जी सोमपुरा से मंदिर निर्माण की चर्चा करते हुए